आयुर्वेदिक चिकित्सा की विशेषता (Specialty of Ayurvedic medicine)
आयुर्वेद एक रोग की बजाय व्यक्ति का सम्पूर्ण रूप से इलाज करता है। इसलिए, अच्छे उपचार के लिए वात, पित्त, और कफ और अन्य सभी कारकों का विश्लेषण करना आवश्यक हैं। उचित आयुर्वेदिक चिकित्सा इसी पर आधारित होती हैं। प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक ही बीमारी के लिए आयुर्वेदिक दवा अलग अलग हो सकती है और प्रत्येक व्यक्ति के लिए उसे अलग से तैयार करना पड़ता है तभी रोगी की उत्तम चिकित्सा हो सकती है और रोग जड़ से ख़तम हो सकता है।
आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सा का एक विज्ञान है। यह भोजन को प्राथमिक उपचार के रूप में मानता हैं। आयुर्वेद व्यक्ति को स्वस्थ रखने के लिए उत्तम आहार की सिफारिश करता है। बीमारी के इलाज के लिए आहार में परिवर्तन की सिफारिश करता है। बीमारी का इलाज करने के लिए जड़ी बूटियों और प्राकृतिक उपचार के उपयोग की वकालत करता है।
आयुर्वेदिक विज्ञान त्रिदोष (वात, पित्त, और कफ) के सिद्धांत पर आधारित है। आयुर्वेदिक उपचार इन दोषों का संतुलन बहाल करने के लिए मदद करता है और रोग के मूल कारण को दूर करता है। इसलिए आयुर्वेद चिकित्सा ही एक उत्तम उपचार प्रणाली है।