पतंजलि नीम घन वटी
पतंजलि नीम घनवटी (Neem Ghan Vati) में मुख्य घटक नीम हैं और इस औषधि को नीम की कड़ी छाल को सूखा कर बनाया जाता हैं। पुराने समय से ही नीम का प्रयोग बिभिन्न रोगों के उपचार के लिए किया जाता रहा हैं। त्वचा से सम्बंधित बीमारियों के लिए यह उपयुक्त औषधि हैं। नीम एक बैक्टीरियल-रोधी औषधि हैं और उसके प्रयोग से ठंडक मिलती हैं, इसीलिए इसका प्रयोग मुहासों और दागो को कम करने के लिए भी होता हैं। यह मुहसो को न केवल ख़त्म करता हैं बल्कि फिर से उसे होने नही देता। त्वचा के कायाकल्प और उसमे निखार लाने के लिए नीम से अच्छा और कुछ भी नही हैं इसके अलावा नीम की जड़ें सूजन, भूख न लगना, खासी, बुखार, त्वचा के रोग, मूत्र विकार और उलटी के उपचार में भी किया जाता हैं।
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पतंजलि नीम घनवटी क्वाथ के घटक
पतंजलि नीम घनवटी निम्नलिखित घटको का मिश्रण हैं:
- नीम
पतंजलि नीम घनवटी की प्रत्येक गोली में नीम की 500 मिली ग्राम की मात्रा होती हैं।
नीम घन वटी के लाभ एवं उपयोग
त्वचा के रोगों के लिए लाभदायक
त्वचा के सम्बंधित सब रोगों को दूर करने के लिए नीम से बढ़ कर और कोई औषधि नही हैं। बात चाहे मुहासे दूर करने की हो या त्वचा में निखार लाने की या फिर दाग- धब्बो को दूर करने की, नीम हर चीज़ के लिए एक रामबाण दवा हैं और इसी लिए पतंजलि ने इसका निर्माण किया हैं।
यह औषधि शरीर से गंदगी को निकलने में सहायक हैं उसी के परिणामस्वरूप यह त्वचा को निखारती हैं।
इसकी प्रवर्ति बहुत ही ठंडी होती हैं और यह मोटापे को भी कम करने में सहायक हैं।
पतंजलि नीम घनवटी काले धब्बो को साफ करती हैं और वो फिर से न हो इसके लिए भी मददगार हैं।
पतंजलि नीम घनवटी पीत और कफ को कम करती हैं।
यह लिवर को भी साफ़ करती हैं इसके अलावा यह बुखार, दस्त, सूजन, भूख न लगना और खासी जैसी बीमारियों को भी दूर करती हैं।
औषधीय मात्रा निर्धारण एवं व्यवस्था
पतंजलि नीम घनवटी को सेवन करने का तरीका:
- 12 साल से काम उम्र के बच्चो को दिन में दो बार आधी-आधी गोली का सेवन करना चाहिए।
- 12 साल से अधिक उम्र के लोगो को दिन में दो बार इसकी एक -एक गोली का सेवन करना चाहिए।
इस औषधि को खाना खाने के बाद लेना चाहिए और दूध या पानी के साथ इसका सेवन करना उपयुक्त होता हैं। डॉक्टर के निर्देशानुसार इसको लेना चाहिए। इस औषधि को लेने की कोई समय सीमा नही हैं आप जितनी लंबी अवधि तक इसका सेवन कर सकते हैं।
दुष्प्रभाव
पतंजलि नीम घनवटी नीम से बनाई गयी हैं और नीम पूरी तरह से आयुर्वेदिक और हर्वल औषधि हैं जिसका प्रयोग सालो से किया जा रहा हैं इसलिए इस औषधि का कोई दुष्प्रभाव नही होता पर फिर भी कोई समस्या होती हैं तो डॉक्टर की राय लेनी चाहिए। गर्भवती महिलाये और स्तनपान कराने वाली माताएं भी इसका सेवन कर सकती हैं इससे शरीर को कोई नुकसान नही होता।