अर्क

चन्दनादि अर्क (Chandanadi Arq)

चन्दनादि अर्क (Chandanadi Arq) का प्रयोग मूत्र प्रणाली के रोगों में मुख्य रूप से होता है। सफ़ेद चन्दन इसका मुख्य घटक द्रव्य है जो उत्तम जीवाणु नाशक औषधि है। यह मूत्र प्रणाली में होने वाले संक्रमण को ख़तम कर पेशाब की जलन दूर करती है और मूत्राशय की दाह का शमन करती है। यह मूत्र में रक्त आना, मुश्किल से बूंद बूंद पेशाब आना, पेशाब में पीलापन ज्यादा होना आदि में लाभदायक है। यह अर्क पित दोष का शमन करता है और रक्त को शुद्ध करता है। यह ज्वर को कम करने में भी सहायता करता है और ज्वर में होने वाली दाह का शमन करता है।

Contents

घटक द्रव्य एवं निर्माण विधि

चन्दनादि अर्क (Chandanadi ArK) में निम्नलिखित घटक द्रव्यों (Ingredients) है:

घटक द्रव्यों के नाम मात्रा
सफ़ेद चन्दन 120 ग्राम
लाल चन्दन 24 ग्राम
नेत्रवाला 24 ग्राम
खस 24 ग्राम
कमल के पुष्प 24 ग्राम
नागरमोथा 24 ग्राम
गिलोय 24 ग्राम
नीम की अन्तरछाल 24 ग्राम
धनिया 24 ग्राम
सौंफ 24 ग्राम
छोटी इलायची 24 ग्राम
शीतल मिर्च 24 ग्राम
पित्तपापड़ा 24 ग्राम
दारुहल्दी 24 ग्राम
देवदारु 24 ग्राम
धमासा की जड़ 24 ग्राम
गन्ने की जड़ 24 ग्राम
दर्भ की जड़ 24 ग्राम
कुश की जड़ 24 ग्राम
गोखरू 24 ग्राम
सहदेवी 24 ग्राम
ब्राह्मी 24 ग्राम
शंखपुष्पी 24 ग्राम
जटामांसी 24 ग्राम
गोरखमुंडी 24 ग्राम
गावजवाँ 24 ग्राम
बनप्शा 24 ग्राम
हरड़ 24 ग्राम
बहेड़ा 24 ग्राम
आंवला 24 ग्राम
पोश्तडोड़े 24 ग्राम
शतावर 24 ग्राम
कौंच के बीज की गिरी 24 ग्राम
तालमखाना 24 ग्राम
इन सभी घटकों को कूट कर 8 लीटर जल में भिगो दें। 24 घंटे भीगे रहने दें और उसके बाद नलिकायंत्र में भरें।
केशर 6 ग्राम
देसी कपूर 12 ग्राम
इसके बाद 6 ग्राम केशर और 12 ग्राम कपूर की एक पतले कपड़े की पोटली बनायें जिसे यन्त्र के मुँह के बाहर लटका दें और मंदाग्नि से अर्क निकाल लें।

आयुर्वेदिक गुण धर्म एवं दोष कर्म

वीर्य (Potency) संभवतः शीत (ठंडा)
दोष कर्म (Dosha Action) विशेषत: पित शामक

औषधीय कर्म (Medicinal Actions)

चन्दनादि अर्क (Chandanadi ArK) में निम्नलिखित औषधीय गुण है:

  1. रोग प्रतिरोधक शक्ति वर्धक
  2. जीवाणुरोधी
  3. जीवाणु नाशक
  4. प्रतिउपचायक – एंटीऑक्सीडेंट
  5. दाहहर (दाहप्रशम) – जलन कम करे
  6. रक्त शोधक
  7. शोथहर
  8. मूत्र दुर्गन्धनाशक
  9. मूत्र फेननाशक
  10. शुक्रशोधन
  11. मूत्रल (मूत्रविरेचनीय)
  12. अश्मरीभेदन
  13. मूत्रविशोधन
  14. ज्वरहर
  15. संतापहर
  16. पूतिहर – हानिकारक जीवाणु और इन के विषाक्त पदार्थों का नाश करने वाला

चिकित्सकीय संकेत (Indications)

चन्दनादि अर्क (Chandanadi Arq) निम्नलिखित व्याधियों में लाभकारी है:

  • मूत्राशय की दाह
  • मूत्र प्रणाली में होने वाले संक्रमण (चन्दनादि वटी के साथ)
  • पेशाब की जलन
  • मूत्र में रक्त आना
  • मुश्किल से बूंद बूंद पेशाब आना
  • पेशाब में पीलापन ज्यादा
  • ज्वर
  • दाह
  • पित्तज प्रमेह
  • वीर्य के उष्णता
  • जीर्ण ज्वर
  • यूरीमिया (uremia)
  • भ्रमि (सिर चकराना)
  • पूयशुक्र (pyospermia or leukocytospermia)

चन्दनादि अर्क की मात्रा एवं सेवन विधि (Dosage)

चन्दनादि अर्क की सामान्य औषधीय मात्रा  व खुराक इस प्रकार है:

औषधीय मात्रा (Dosage)

बच्चे 10 से 30 मिलीलीटर
वयस्क 20 से 60 मिलीलीटर

सेवन विधि

दवा लेने का उचित समय (कब लें?) खाना खाने के आधे घंटे पहले लें
दिन में कितनी बार लें? 3 बार – सुबह, दोपहर और शाम
अनुपान (किस के साथ लें?) बिना किसी अनुपान से लें
उपचार की अवधि (कितने समय तक लें) संक्रमण में 1 से 4 हफ्ते या रोगानुसार

आप के स्वास्थ्य अनुकूल चन्दनादि अर्क की उचित मात्रा व प्रयोग अवधि के लिए आप अपने चिकित्सक की सलाह लें।

दुष्प्रभाव (Side Effects)

यदि चन्दनादि अर्क का प्रयोग व सेवन निर्धारित मात्रा (खुराक) में चिकित्सा पर्यवेक्षक के अंतर्गत किया जाए तो चन्दनादि अर्क के कोई दुष्परिणाम नहीं मिलते।

गर्भावस्था और स्तनपान (Pregnancy & Lactation)

गर्भावस्था और स्तनपान दौरान चन्दनादि अर्क का प्रयोग करने से पहिले चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

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