दिव्य मेधा क्वाथ
दिव्य मेधा क्वाथ (Divya Medha Kwath) जड़ी-बूटियों का ऐसा मिश्रण हैं, जो मस्तिष्क संबंधी बिमारियों को दूर करने में उपयोगी हैं। इसमें मौजूद जड़ी-बूटियां दिमाग का पोषण करती हैं और इससे यादाश्त बढ़ती हैं। बड़ो के साथ साथ यह बच्चो के लिए भी अतिउत्तम हैं, क्योंकि यह बच्चो की यादाश्त के साथ साथ उनकी एकाग्रता को भी बढाती हैं, जो उनकी शिक्षा के लिए आवश्यक हैं। इसके आलावा यह सिरदर्द, तनाव, नकारात्मकता, नींद न आना और माइग्रेन जैसे बीमारियों को भी दूर करती हैं और मस्तिष्क को आराम देती हैं।
Contents
दिव्य मेधा क्वाथ के घटक
- ब्राह्मी
- शंखपुष्पी
- उस्तेखदूस
- गजवान
- सौंफ
- मालकांगनी
- जटामांसी
- अश्वगंधा
- वच
दिव्य मेधा क्वाथ के लाभ एवं उपयोग
स्मृति बढ़ाने के लिए
बच्चों की स्मृति बढ़ाने के लिए दिव्य मेधा क्वाथ सर्वोत्तम औषधि हैं। इसमें मौजूद परिशिष्ट दिमाग को सामान्य तरीके से काम करने में सहायता करते हैं। बच्चो की याददाश्त बढ़ाने के साथ ही बजुर्गो में कमजोर यादाश्त की समस्या को भी दूर करता हैं।
तनाव को दूर करने के लिए
यह औषधि चिंता और तनाव को दूर करने के लिए भी मददगार हैं।
मस्तिष्क सम्बन्धी विकारो के लिए
कभी किसी चोट या दुर्घटना के बाद अगर किसी को मानसिक विकार गया हो तो ये औषधि उसे ठीक करने में भी सहायक हैं।
अनिद्रा सम्बंधी समस्यायों के लिए
जो लोग अनिद्रा जैसे रोग से पीड़ित हो या जिन्हें कम नींद आती हो उनके लिए यह असरदायक हैं। यह एक हर्बल औषधि हैं जिसका कोई साइड-इफ़ेक्ट नही हैं, नींद की गोलिया खाने से बेहतर उपाय हैं दिव्य मेधा क्वाथ का सेवन।
माइग्रेन में लाभदायक
इस औषधि में पायी जाने वाली जड़ी-बूटियों का नियमित रूप से सेवन करने से पुरानी सिरदर्द या माइग्रेन से मुक्ति मिलती हैं।
बैचैनी में सहायक
जो लोग बैचनी,कमजोरी या थकान के शिकार हो, उनके लिए भी इस औषधि का सेवन इन रोगों की रोकथाम में सहायक हैं।
औषधीय मात्रा निर्धारण एवं व्यवस्था
400 मिलीलीटर पानी में दिव्य मेधा क्वाथ की 5 -10 ग्राम मात्रा डाल कर उसे पकाएं और तब तक पकाएं जब तक की इसकी मात्रा 100 ग्राम न रह जाये। इसके बाद इसे छाने और अगर चाहे तो इसमें थोड़ा सा शहद मिला कर इसका सेवन करें। इसका सेवन दिन में दो बार (सुबह और शाम) करना चाहिए। बेहतर परिणामो के लिए इसका सेवन मेधा वटी के साथ करें।
दुष्प्रभाव
दिव्य मेधा क्वाथ दिमाग की बीमारियों को दूर करने के लिए उपयोगी हैं,इसमें प्रयोग की जाने वाली औषधियां पूरी तरह से हर्बल हैं इसका प्रयोग चाहे बच्चे करें चाहे बुजुर्ग ,इस औषधि का कोई साइड इफ़ेक्ट नही हैं। इस औषधि के अच्छे परिणामो के लिए इसका नियमित रूप से सेवन करना चाहिए।
स्तनपान करने वाली माताएं भी इस औषधि का प्रयोग कर सकती हैं, क्योंकि यह औषधि हानिकारक नही हैं।
पूर्वोपाय
- अगर दिमाग का पोषण न हो तो दिमाग अच्छे से काम नही करता। ऐसे में ज़रूरी हैं की दिमाग के पोषण करने के लिए हेल्थी खाना खाएं जैसे हरी सब्जियां और फल।
- जितना ज्यादा हो सके पानी पिये।
- बच्चो को अपने दिमाग के पोषण के लिए और स्मृति और एकाग्रता बढ़ाने के लिए दूध पीना चाहिए और दूध से बने प्रदार्थो का भरपूर सेवन करना चाहिए।