दिव्य कान्ति लेप
दिव्य कान्ति लेप के लिए त्वचा की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए एक प्रसिद्ध आयुर्वेदिक औषधि है। इसके नियमित इस्तेमाल से इस औषधि में मौजूद जड़ी-बूटियां चेहरे के काले धब्बे, दाग और मुँहासो इत्यादि से मुक्ति दिलाती है और दिव्य कान्ति लेप चमकदार और साफ़ त्वचा पाने में सहयोग करती है। दिव्य कान्ति लेप में प्रयोग होने वाली औषधियों को सालो से चेहरे के काले दाग-धब्बो को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता रहा हैं और त्वचा को ज़रूरी पोषक तत्व प्रदान करता है। यह त्वचा कोशिकाओं को आवश्यक खनिज और विटामिन प्रदान कर के उसको जीवंत करने में मदद करता है, इसके अलावा यह खून से हानिकारक तत्वो को बाहर निकाल कर उसे साफ़ करने में भी मदद करता है।
दिव्य कान्ति लेप के घटक
दिव्य कान्ति लेप निम्नलिखित घटको का मिश्रण है:
घटक द्रव्य | मात्रा |
मेहँदी के बीज | 238 मिलीग्राम |
अम्बा हल्दी | 476 मिलीग्राम |
मंजिष्ठा | 476 मिलीग्राम |
जायफल | 238 मिलीग्राम |
चन्दन सफ़ेद | 714 मिलीग्राम |
सुगंध बाला | 238 मिलीग्राम |
स्फटिक भस्म | 238 मिलीग्राम |
कत्था | 470 मिलीग्राम |
कपूर | 238 मिलीग्राम |
एलोवेरा | 700 मिलीग्राम |
जावित्री | 356 मिलीग्राम |
मोती पिष्टी | 118 मिलीग्राम |
दिव्य कान्ति लेप के लाभ एवं प्रयोग
दिव्य कान्ति लेप में सभी घटकों का त्वचा संबंधित समस्याओँ पर प्रभाव पड़ता है। प्रत्येक घटक के प्रभाव का प्रदर्शन करने के लिए यहाँ कुछ महत्वपूर्ण लाभ लिखे हैं।
खून को साफ़ करने के लिए
दिव्य कान्ति लेप खून को साफ़ करने में मदद करता हैं, यह लेप त्वचा की कोशिकायों को आवश्यक खनिज और विटामिन्स प्रदान करते हैं, जिससे खून में मौजूद विषैले और हानिकारक प्रदार्थ बाहर निकल जाते है और त्वचा में चमक लाता है और चेहरे को साफ़ करता है।
चहरे के दाग-धब्बो को दूर करने के लिए
दिव्य कान्ति लेप त्वचा से पुराने दाग-धब्बे ,मुँहासे और झाइयां को दूर करने में भी मदद करता हैं जिससे आपकी त्वचा निखर जाएगी। यह औषधि झुर्रियों के उपचार के लिए भी बहुत असरदार हैं और त्वचा में बढ़ती उम्र के कारण चेहरे पर होने वाली महीन लकीरो को भी दूर करता हैं। दिव्य कान्ति लेप त्वचा को ज़रूरी पोषक तत्व प्रदान करता है।
सूर्य के हानिकारक प्रभावो को रोकने के लिए
दिव्य कान्ति लेप सूर्य की तेज़ किरणों से त्वचा को होने वाले नुकसानों को कम करने में सहायक हैं और वो भी बिना किसी दुष्प्रभाव के। हमारी त्वचा बहुत ही नाज़ुक और संबेदनशील होती हैं, जिसे सूर्य की किरणों से नुकसान पहुँचता हैं पर यह लेप सूर्य की हानिकारक UV किरणों से त्वचा की रक्षा करता हैं और त्वचा को काला होने से बचाता हैं और प्राकृतिक रूप से इसे निखरता हैं।
त्वचा के संक्रमण को रोकने के लिए
दिव्य कान्ति लेप घावों को ठीक करने और फंगल संक्रमण को रोकने में सहायक हैं इसके अलावा कीड़े के काटने पर होने वाले घाव को भी यह लेप तेज़ी से ठीक करता हैं। दाद और इसमें होने वाले संक्रमन और दर्द को कम करने में भी दिव्य कान्ति लेप लाभदायक हैं। इस लेप में मौजूद मेहँदी बीज त्वचा को ताज़गी देते हैं जिससे त्वचा स्वच्छ और साफ़ होती हैं और जायफल, कपूर, कत्था और अन्य घटक भी त्वचा के संक्रमण को दूर करने और त्वचा को नरम और जवान बनाये रखने में मदद करते हैं और त्वचा का जीर्णोद्धार करता हैं।